CBI टीम में एक भी SC/ST अफसर नहीं...हाथरस केस में भीम आर्मी प्रमुख ने PM मोदी से की यह अपील
इससे पहले बुधवार के दिन ही सीबीआई ने पीड़िता के पिता और दोनों भाइयों को पूछताछ के लिए बुलाया था। सीबीआई ने इन सभी से करीब पांच घंटे तक पूछताछ की। बता दें कि गुरुवार को भी सीबीआई ने इनसे पूछताछ की थी।
मंगलवार को सीबीआई की टीम हाथरस पहुंची थी और क्राइम सीन पर पहुंचकर कुछ सैंपल इकट्ठा की थी।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दलित युवती से कथित गैंगरेप और मौत मामले की जांच अब सीबीआई कर रही है। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने हाथरस कांड की जांच कर रही सीबीआई टीम में एक भी दलित और पिछड़े वर्ग के अधिकारी नहीं होने का आरोप लगाया है।
साथ ही इसकी पारदर्शिता पर भी सवाल उठाया है। बुधवार को भीम आर्मी चीफ चंद्रेशेकर आजाद ने कहा कि न्याय में पार्दर्शिता बहुत जरूरी है और हाथरस केस की जांच करने वाली सीबीआई टीम में एक भी एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदाय का उच्चस्तरीय अफसर नहीं है।
बुधवार को चंद्रेशेखर आजाद ने अपने ट्वीट में कहा, 'हाथरस केस की जांच करने वाली सीबीआई टीम में एक भी एससी, एसटी, ओबीसी, माइनॉरिटी का उच्चस्तरीय अफसर नहीं है। जबकि केस SC-ST एक्ट के तहत दर्ज हुआ है। सीबीआई केंद्र सरकार के अधीन काम करती है, मैं मोदी जी से अनुरोध करता हूं कि जांच टीम को एकपक्षीय न बनायें। न्याय में पारदर्शिता बहुत जरूरी है।'
30 सितंबर को जहां पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया, वहां पहुंचकर सीबीआई टीम ने मुयायना किया। बता दें कि 14 सितंबर को पीड़िता के साथ कथित गैंगरेप हुआ था जिसके बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया और 29 सितंबर की रात उसने दम तोड़ दिया।
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